Monday 1 July 2013

शाकाहारी मुर्गा !

हाँ हम शाकाहारी हैं पर मुर्गा भी खाते हैं
छाती के साथ साथ टंगरी भी खूब चबाते हैं
आजन्म जनेउधारी रहने का प्रण अवश्य लिया है
पर आलू और मुर्गे में भेदभाव नहीं कर पाते हैं ।
हाँ हम शाकाहारी हैं पर मुर्गा भी खाते हैं ।

जब एक किलो पनीर के दाम में दो हष्ट-पुष्ट तंदरुस्त मुर्गे आ जाये
तो महापंडित जी आप ही बताएं हम चिकन लौलीपॉप क्यों न खाएं
ये मुर्गे बड़े गुणकारी हैं पेट की भूख बढाते हैं
भोजन-आनंद के बाद पाचन क्रिया को भी संतुलित करवाते हैं ।

अब भिन्डी 10 और मटर 12 में मुट्ठी भर ही आ पाते हैं
इसलिए मुर्गे के अभाव में हम अंडे से काम चलाते हैं
आमलेट, अंडा करी और सेहतमंद उबले अंडे जब पास बुलाते हैं
तो मैगी खाने वाले भी दौड़ दौड़ के आते हैं ।

मुर्गा खाने वालो को दुत्कारने वालो सुन लो
हाँ हम शाकाहारी हैं पर मुर्गा भी खाते हैं ।